नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) के प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों पर पुलिस के कथित बल प्रयोग की सोमवार को निंदा की।
राहुल गांधी ने इसे शर्मनाक करार दिया और आरोप लगाया कि केंद्र सरकार को देश के युवाओं की चिंता नहीं है क्योंकि वह वोट चुराकर सत्ता में आई है।
वहीं पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी बल प्रयोग की निंदा की है। कांग्रेस ने दावा किया कि देश के युवाओं का भविष्य चोरी करना केंद्र सरकार की आदत बन चुकी है।
राहुल गांधी ने 'एक्स' पर लिखा कि रामलीला मैदान में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे एसएससी अभ्यर्थियों और शिक्षकों पर बर्बर लाठीचार्ज शर्मनाक ही नहीं, बल्कि एक डरपोक सरकार की पहचान है। उन्होंने कहा कि युवाओं ने सिर्फ अपना हक मांगा था, रोजगार और न्याय मिली क्या? लाठियां।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि इससे साफ है कि केंद्र सरकार को न देश के युवाओं की चिंता है, न उनके भविष्य की। उन्होंने सवाल किया कि हो भी क्यों? यह सरकार वोट चुराकर सत्ता में आई है। उन्होंने दावा किया कि पहले वोट चुराएंगे, फिर परीक्षा चुराएंगे, फिर नौकरियां चुराएंगे, फिर आपका हक और आवाज दोनों कुचल देंगे।
दरअसल, एसएससी परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के विरोध में छात्र पिछले कुछ समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी सिलसिले में रामलीला मैदान में दो दिन का धरना दिया गया था, लेकिन रविवार शाम को पुलिस प्रदर्शनकारियों को जबरन हटाने के लिए प्रदर्शन स्थल पर पहुंच गई। छात्रों का आरोप है कि बिजली काट दी गई, सिविल ड्रेस में पुलिस आई और उन्हें प्रदर्शन से रोका गया।
इस दौरान कई छात्रों को हिरासत में लिया गया और कुछ को चोटें भी आईं। आरोप यह भी है कि महिला प्रदर्शनकारियों के साथ दुर्व्यवहार किया गया।
पुलिस ने हालांकि किसी भी गड़बड़ी से इनकार किया है। एक अधिकारी के मुताबिक, तय समय सीमा के बाद भी प्रदर्शन जारी रखने के कारण करीब 44 लोगों को हिरासत में लिया गया।
विपक्षी दल ने केंद्र सरकार से सवाल किया है कि आखिर क्यों युवाओं की समस्याएं उनकी प्राथमिकता में नहीं हैं। राहुल गांधी ने कहा कि युवाओं, किसानों, गरीबों, बहुजनों और अल्पसंख्यकों, आपका वोट इन्हें चाहिए ही नहीं, इसलिए आपकी मांगें कभी इनकी प्राथमिकता नहीं होंगी।
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