बेसिक UPTET न्यूज़: यहां देखिए यूपी बेसिक शिक्षा, सरकारी नौकरी, विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाएं और जन कल्याण से संबंधित सूचनाएं।

दिल्ली के छात्रों के लिए दो बड़ी खबरें: स्कॉलरशिप आवेदन और मिड-टर्म एग्जाम डेट्स

दिल्ली के छात्रों के लिए दो बड़ी खबरें: स्कॉलरशिप आवेदन और मिड-टर्म एग्जाम डेट्स

दिल्ली शिक्षा जगत से छात्रों और अभिभावकों के लिए दो महत्वपूर्ण अपडेट सामने आई हैं। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने एकल बालिका संतान छात्रवृत्ति योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है, वहीं दूसरी ओर, दिल्ली शिक्षा निदेशालय (DOE) ने सरकारी स्कूलों की मध्यावधि (मिड-टर्म) परीक्षाओं की तारीखें जारी कर दी हैं। यह दोनों ही अपडेट्स छात्रों के शैक्षणिक भविष्य के लिए बेहद जरूरी हैं।

मेधावी छात्राओं को मौका: 23 अक्टूबर तक करें स्कॉलरशिप के लिए आवेदन

CBSE ने उन एकल बालिका संतानों के लिए छात्रवृत्ति योजना की घोषणा की है, जिन्होंने वर्ष 2025 में CBSE से कक्षा 10वीं पास की है और जो वर्तमान में CBSE से संबद्ध स्कूलों में कक्षा 11वीं में पढ़ रही हैं। ये छात्राएं इस विशेष स्कॉलरशिप के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं।

जरूरी जानकारी: पात्रता और नवीनीकरण

इस छात्रवृत्ति के लिए पात्रता शर्तें बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट https://www.cbse.gov.in/ पर 'छात्रवृत्ति लिंक' के तहत उपलब्ध हैं। छात्राओं को सलाह दी जाती है कि वे आवेदन करने से पहले सभी शर्तों को ध्यान से पढ़ लें। इस स्कॉलरशिप के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तारीख 23 अक्टूबर तय की गई है। इसके अलावा, जिन छात्राओं को पहले यह छात्रवृत्ति मिल चुकी है, वे कक्षा 10वीं 2024 योजना के नवीनीकरण के लिए भी इसी लिंक के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकती हैं। यह एक शानदार मौका है, जिसे मेधावी छात्राओं को गंवाना नहीं चाहिए।

सरकारी स्कूलों की मिड-टर्म परीक्षाएं 26 सितंबर से

दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए सरकारी स्कूलों की मध्यावधि परीक्षा (Mid-Term Exams) की तारीखों की घोषणा कर दी है। सभी कक्षाओं के लिए ये परीक्षाएं 26 सितंबर से शुरू होकर 29 अक्टूबर तक चलेंगी।

निदेशालय ने स्कूल प्रमुखों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि वे छात्रों के साथ पहले से ही पूरा शेड्यूल साझा करें ताकि किसी भी तरह के भ्रम या असमंजस से बचा जा सके।

पढ़ाई का समय नहीं होगा बर्बाद: खाली दिनों के लिए खास योजना

निदेशालय ने यह सुनिश्चित किया है कि परीक्षा के दिनों में भी छात्रों का शैक्षणिक समय बर्बाद न हो। उन्होंने निर्देश दिया है कि जिन दिनों किसी कक्षा की परीक्षा नहीं होगी, उन दिनों स्कूलों को नियमित शिक्षण गतिविधियां आयोजित करनी होंगी। इन गतिविधियों में उपचारात्मक कक्षाएं (Remedial Classes), पुनरीक्षण (Revision), शंका-समाधान (Doubt Clearing Sessions) या संवर्धन कार्यक्रम (Enrichment Programs) शामिल होंगे।

स्कूल प्रमुखों को निर्देश दिए गए हैं कि परीक्षा का शेड्यूल समय रहते सभी छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों तक पहुंचा दिया जाए, जिससे किसी तरह की असमंजस की स्थिति न बने।

Also Read:

    0 Comments:

    Post a Comment

     
    WhatsApp Channel Join