" रिश्वत लेते बेसिक शिक्षा विभाग का बाबू गिरफ्तार"
मुरादाबाद (यूपी): बेसिक शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। सोमवार को एंटी करप्शान ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने शिक्षक से चयनित वेतनमान लागू कराने के लिए पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए वित्त एवं लेखाधिकारी विभाग के लिपिक देवीदीन कन्नौजिया को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया है। एसीबी की कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मच गया है।
दरअसल, भायपुर के आदर्श जनता विद्यालय में शिक्षक सर्वराज सिंह ने अपने चयनित वेतनमान को लागू करवाने के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारी को आवेदन दिया था। यह आवेदन चार शिक्षकों द्वारा दिया गया था।
शिक्षक सर्वराज सिंह ने मीडिया को बताया कि बीएसए द्वारा वेतनमान स्वीकृत करके पत्रावली को लेखाधिकारी विभाग को प्रेषित कर कर दिया था।
विभाग ने दो शिक्षकों का नया वेतनमान लागू कर दिया, लेकिन उनका नहीं हो सका। इसपर उन्होंने कार्यालय आकर जानकारी की। आरोप है कि उनसे पांच हजार रुपये की रिश्वत मांगी गई।
उनका कहना है कि रिश्वत मांगने की रिकार्डिंग भी उनके पास है। इसके बाद उन्होंने एंटी करप्शन ब्यूरो से संपर्क किया और उनके बताए अनुसार सोमवार को पांच हजार रुपये लिपिक देवीदीन कन्नौजिया को दिए थे।
मौके पर मौजूद एंटी करप्शन की टीम ने तत्काल देवीदीन को गिरफ्तार कर लिया है। भ्रष्टाचार निवारण संगठन के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि लिपिक के खिलाफ थाना नागफनी में रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है।
टीम प्रभारी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि दांग स्थित बीएसए कार्यालय के कंप्यूटर कक्ष में लिपिक देवीदीन कन्नौजिया को करीब 12 बजे गिरफ्तार किया गया है। उनपर शिक्षक सर्वराज सिंह ने पांच हजार रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है। विभाग द्वारा रिश्वतखोरी को लेकर लिपिक से पूछताछ की जा रही है।
टीम प्रभारी का कहना है कि जिनके नाम भी सामने आएंगे उनपर भी कार्रवाई की जाएगी।
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